Join Whatsapp Channel Click Here

श्री हरि को प्राप्त करने के दो मार्ग हे, प्रेम और विश्वास- आचार्य जैमिन जी

Please wait 0 seconds...
Scroll Down and click on Go to Link for destination
Congrats! Link is Generated

 श्री हरि को प्राप्त करने के दो मार्ग हे, प्रेम और विश्वास- आचार्य जैमिन जी 

छायन राणापुर में चल रही श्रीमद् भागवत कथा के समापन दिवस की कथा में आचार्य जी ने कहा की जब तक भगवान से प्रेम और भगवान में पूर्ण विश्वास नहीं होगा तब तक भक्ति सफल नहीं होती । “भवानी शंकरौ वंदे श्रद्धा विश्वास रूपिणौ”। साथ ही में भागवत कथा के चलते सप्तम दिवस की कथा में सुदामा चरित्र , शिवजी का शंकर मोचन , भृगु ऋषि द्वारा त्रिदेवों को परीक्षा , यदु वंश को ऋषि का शाप , श्रीकृष्ण उद्धव संवाद अंतर्गत अवधूत उपाख्यान , यदु वंश का संहार , श्री हरि का स्वधाम गमन, कलियुग के धर्म का निरूपण , शुकदेवजी का परीक्षित को अंतिम उपदेश , कलियुग के प्रभाव से बचने का मढ़ नाम संकीर्तन, परीक्षित का मोक्ष , जन्मेजय का सर्पसत्र की कथा ,
मार्कण्डेय को भगवान की माया का दर्शन एवं श्रीमद् भागवत महापुराण की संक्षेप विषय सूची की कथा की गई । श्रीमद् भागवत महा पुराण भगवान श्री हरि का ही वांगमय स्वरूप हे, जब उद्धव जी ने भगवान के स्वधाम गमन के समय भगवान श्री से पूछा की आपके जाने से पृथ्वी पर कलयुग का प्रभाव बढ़ जाएगा आप के भक्त इस घोर कलियुग से कैसे बच पाएंगे तब भगवान ने कहा की में मेरा अंश श्रीमद् भागवत में छोड़ कर जा रहा हूँ । जब भी कलियुग का प्रभाव बढ़ेगा , लोग अधर्म की और बढ़ेंगे तब भगवान के भक्तों के लिए श्रीमद् भागवत महा साधन की तरह उनका उधार करेगा । आचार्य जी ने यह भी बताया कि जिसने श्रीमद् भागवत की कथा भी सुनी उसने अपनी माँ के गर्भ से जन्म लेकर अपनी माँ को व्यर्थ ही कष्ट दिया ही। इस लिए कलियुग में भागवत भगवान की भक्ति का उत्तम मार्ग हे । इस मार्ग पर चलने से मनुष्य का कल्याण एवं उद्धार होगा । जीवन को कैसे जीना चाहिए , मनुष्य शरीर में रह कर कैसे भक्ति करे , गृहस्थी को किस प्रकार की भक्ति करनी चाहिए , सद्व्रत का पालन कैसे करे , काम , क्रोध , लोभ , मोह को चित्त में से कैसे हटाए वगेरह मनुष्यों के जीवन में हो रहे परिवर्तन का कारण एवं मनुष्य जीवन का उद्देश्य क्या ही इत्यादि चर्चा आज की कथा में हुई ।

Chief Editor

लोकदूत का सन्देश मध्यप्रदेश में स्थापित अग्रणी हिंदी वेब न्यूज़ , वर्ष 2022 में आरएनआई दिल्ली द्वारा साप्ताहिक समाचार पत्र के रूप में पंजीयन के बाद खबरों को ऑनलाइन और प्रिंट दोनों ही माध्यम से प्रकाशित किया जा रहा है। इसके प्रधान संपादक अनिल शिवदे है।
आरएनआई न. MPHIN/2023/88360 .

एक टिप्पणी भेजें

Cookie Consent
We serve cookies on this site to analyze traffic, remember your preferences, and optimize your experience.
Oops!
It seems there is something wrong with your internet connection. Please connect to the internet and start browsing again.
AdBlock Detected!
We have detected that you are using adblocking plugin in your browser.
The revenue we earn by the advertisements is used to manage this website, we request you to whitelist our website in your adblocking plugin.
Site is Blocked
Sorry! This site is not available in your country.